मतलब की इस दुनिया से मुझको नफरत है,

ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

जैसे जैसे काम किये तूने मेरे बाबा मैं ही तो बस जानू ये,

तेरे सिवा दुनिया में कोई न हमारा मैं ही तो बस जानू ये,

खाटू वाले श्याम धनि से मुझको महोबत है,

ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

रींगस से खाटू जो निशान लेके आया किस्मत जगा दी तूने,

निर्बल को बल मिला निर्धन को धन मिला बिगड़ी बना दी तूने,

तुहि मेरी पूंजी बाबा तू ही मेरी दौलत है,

ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

हारे का सहरा कहलाता सांवरिया मुझको सहारा देदो,

नैया मेरी बाबा डूबने लगी है इसको किनारा देदो,

क्यों सारी दुनिया में चलती बाबा तेरी हकूमत है,

ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

हर घडी हर पल नाम जपु ऐसी किरपा करदो,

गाये भजन मित्तल होक दीवाना झोली मेरी भर दो,

बड़े दिनों के बाद मिलने का आया महूरत है,

ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

Author: Kanhaiya Lal mittal

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह