विश्वास तू कर मुझपे तुझे जीत दिलाऊंगा
तेरे एक कदम पर मैं सौ कदम बढ़ाऊंगा
सुख दुःख तो जीवन मणि आएंगे जाएंगे
कभी तुझे हंसाएंगे कभी तुझे रुलायेंगे
तू चिंतन कर मेरा मैं चिंता मिटाऊंगा
तेरे एक कदम पर मैं सौ कदम बढ़ाऊंगा
दुनिया क्या कहती है इससे तू ना डरना
बस नेक नियत से तू हर एक करम करना
तू प्रेम बढ़ा मुझसे मैं प्रेम लुटाऊंगा
तेरे एक कदम पर मैं सौ कदम बढ़ाऊंगा
तू सौंप दे सब मुझको इतना सा कहना मान
मेरी राह पे चलता चल हो जायेगा कल्याण
भजनो से कर मोहित अनमोल बनाऊंगा
तेरे एक कदम पर मैं सौ कदम बढ़ाऊंगा
Author: Babli Sharma