आओ नन्द लाल तरस रहे नैना,
आओ गोपाल तरस रहे नैना,
तरस रहे नैना बरस रहे नैना,
आओ नन्द लाल……….
तू है मेरा मैं हूँ तेरी,
दिव्या प्रेम से बंधी है डोरी,
तुम बिन जीवन बगिया सूनी,
लोर झरत अंखियन दिन रैना,
आओ नन्द लाल……….
झूठी दुनिया रिश्ते झूठे,
सच्चा है तो तू क्यों रूठे,
खेल के मुझ संग खेल अनूठे,
दूर हुए क्यों पास आये ना,
आओ नन्द लाल……….
Author: Unknown Claim credit