जब से सांवरे ने पकड़ा मेरा हाथ हो गयी मेरी बल्ले बल्ले

जब से सांवरे ने पकड़ा मेरा हाथ हो गयी मेरी बल्ले बल्ले

सांवरे के बिन मुझे कोई नही भाता है,
मेरा मेरे सांवरे से प्रेम का ही नाता है,
बँधी सांवरे ने प्रेम की ये गाँठ,
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।
जबसे सावरे ने पकड़ा मेरा हाथ
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।।

सांवरे के जैसा कोई और नही देखा है,
बिगड़ी हुए किस्मतो की बदले ये रेखा है,
अब तो मौज में कटे दिन रात,
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।
जबसे सावरे ने पकड़ा मेरा हाथ
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।।

‘चित्र विचित्र’ का यार ये पुराना है,
मेरे सरकार का तो पागल जमाना है,
ओ हम ग़रीबो की बड़ा दी औकात,
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले,
जबसे सावरे ने पकड़ा मेरा हाथ
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।।

जबसे सांवरे ने पकड़ा मेरा हाथ,
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले।
वो तो रहता मेरे हर पल साथ,
हो गयी मेरी बल्ले बल्ले,
हाए मेरी बल्ले बल्ले।।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह