मैं निमाणी करां अरजोई
किरपा निधान प्रभु ठाकुर जीयो,
तुझ बिन नैनं नींद न आवे
मोरे राम राम रहीम
मोरे राम राम रहीम
मैं निमाणी करां अरजोई
करत करीम पुरख विधाते ,
पीर बिन किवे जीन
मैं निमाणी करां अरजोई …
दियाल होवे जन अपने
साधू संग संग दीजिये
मैं निमाणी करां अरजोई
हरी ॐ हरी कर मन मेरे
दर्शन नीच तेरा कुकर,
दया मेहर करीजे
मैं निमाणी करां अरजोई
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