मेरो मन राम-हि-राम रटै।
राम-नाम जप लीजै प्राणी! कोटिक पाप कटै।
जनम-जनम के खत जु पुराने, नामहि लेत फटै।
कनक-कटोरै इमरत भरियो, नामहि लेत नटै।
मीरा के प्रभु हरि अविनासी तन-मन ताहि पटै।
Author: Unknown Claim credit
मेरो मन राम-हि-राम रटै।
राम-नाम जप लीजै प्राणी! कोटिक पाप कटै।
जनम-जनम के खत जु पुराने, नामहि लेत फटै।
कनक-कटोरै इमरत भरियो, नामहि लेत नटै।
मीरा के प्रभु हरि अविनासी तन-मन ताहि पटै।
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बुधवार, 11 जून 2025
ज्येष्ठ पूर्णिमाशनिवार, 21 जून 2025
योगिनी एकादशीरविवार, 06 जुलाई 2025
देवशयनी एकादशीगुरूवार, 10 जुलाई 2025
गुरु पूर्णिमागुरूवार, 10 जुलाई 2025
आषाढ़ पूर्णिमासोमवार, 21 जुलाई 2025
कामिका एकादशी