राधा कहने लगी अपने घनश्याम से

राधा कहने लगी अपने घनश्याम से,
तेरा मुरली बजाना गजब हो गया……

बोली माता यशोदा सुनो सांवरे,
तूने खायी है माटी दिखा मुख मुझे,
तेरा माटी का खाना तो फिर ठीक था,
खोल के मुख दिखाना गजब हो गया,
राधा कहने लगी अपने घनश्याम से,
तेरा मुरली बजाना गजब हो गया…….

ले ग्वालों की टोली चले सांवरे,
जाके गोपी के घर में घुसे सांवरे,
चोरी पकड़ी गयी मार पड़ने लगी,
तेरा माखन चुराना गजब हो गया,
राधा कहने लगी अपने घनश्याम से,
तेरा मुरली बजाना गजब हो गया…….

कल आउंगी पनिया भरण को वहां,
बस वही पे मुलाकात हो जायेगी,
चोरी पकड़ी गयी डांट पड़ने लगी,
पर पनघट पे आना गजब हो गया,
राधा कहने लगी अपने घनश्याम से,
तेरा मुरली बजाना गजब हो गया…….

Author: Guru Ashish

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी
ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा

संग्रह