गई थी वृंदावन डगरिया,
सांवरिया से लड़ गई नजरिया…..
जब मैं पहुंची गोकुल नगरिया,
गोकुल नगरिया सखी गोकुल नगरिया,
पालना में झूले दोनों भैया,
सांवरिया से लड़ गई नजरिया…..
जब मैं पहुंची जमुना किनारे,
यमुना किनारे सखी यमुना किनारे,
मोह गई श्याम की मुरलिया,
सांवरिया से लड़ गई नजरिया…..
जब मैं पहुंची निधिवन डगरिया,
निधिवन डगरिया सखी निधिवन डगरिया,
रास रचावे दोनों भैया,
सांवरिया से लड़ गई नजरिया…..
जब मैं पहुंची मथुरा नगरिया,
मथुरा नगरिया सखी मथुरा नगरिया,
गैया चरामे दोनों भैया,
सांवरिया से लड़ गई नजरिया…..
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