श्याम के सिवा कहीं दिल ना लगाना

श्याम के सिवा कहीं
दिल ना लगाना,
नहीं तो पड़ेगा तुझे,
नहीं तो पड़ेगा तुझे,
आंसू बहाना,
श्याम के सिवा,
कहीं दिल ना लगाना……

जो श्याम का गुणगान किया है,
सच्चा जीवन वो ही जिया है,
सुमिरन के बल से तुझे,
सुमिरन के बल से तुझे,
मुक्ति है पाना,
श्याम के सिवा,
कहीं दिल ना लगाना……

बालापन गया आज जवां है,
बीत गया अब समय कहाँ है,
सोच समझ के,
सोच समझ के,
वक्त गंवाना,
श्याम के सिवा,
कहीं दिल ना लगाना……

आया जहाँ से वही फिर है जाना,
वहां साथ जाए ना पैसा खजाना,
पूछेगा तो क्या,
पूछेगा तो क्या,
करोगे बहाना,
श्याम के सिवा,
कहीं दिल ना लगाना……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह