सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार ।।
सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ ।
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार ।।
आन दिन उगइछ हो दीनानाथ ।
आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार ।।
आजू के दिनवा हो दीनानाथ ।
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर ।।
बाट में भेटिए गेल गे अबला ।
एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष ।।
अंखिया दियेते गे अबला ।
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर ।।
बाट में भेटिए गेल गे अबला ।
एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया ।।
बालक दियत गेल गे अबला ।
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर ।।
Author: अनुराधा पौडवाल