तारो तारण हारी
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
किशन कन्हाई, तोरा नाम*, xll
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
तारे जो, हज़ारों तुमने ll, क्या, मेरा नहीं नाम,,,
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
जैसी राह, मिली जग में, मैं वैसी चलती आई,
पाँच तत्त्व की, काल कोठरी, *काज़ल से पुतवाई ll
कान्हा तुम पे, भी तो लगा था ll, ठग्गी, का इल्जाम,,,
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
चार बनाए, वैरी तूने, लड़ती फिरूँ अकेली,
कौन बचाए, दर दर भटकूँ, *चादर हो गई मैली ll
तूने, भी तो द्वारका ll, डुबाए, रखो धाम,,,
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
पल पल बदले, खेल जगत में, पल पल बदले पासा,
तोरे सहारे, जीतना चाहूँ, जो तोड़े ना आशा ll
वचन, निभाया तूने ll, कहाया, घनश्याम,,,
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
किशन कन्हाई, तोरा नाम*, xll
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
तारे जो, हज़ारों तुमने ll, क्या, मेरा नहीं नाम,,,
^तारो,,, , तारण हारी xll-ll
Author: Unknown Claim credit