तूने इतना दिया बनवारी ओ बांके बिहारी,
के मैं तो मालामाल हो गया,
मेरे मोहन सुनो मैं मालामाल हो गया….

एक मैं हूं कभी शुक्रिया ना किया,
एक तुम हो कि रहमत किए जा रहे,
तूने इतना दिया बनवारी…..

मैं हूं खता पे खता कर रहा,
एक तुम हो के माफी दिए जा रहे,
मेरे प्यारे सुनो मैं मालामाल हो गया,
मेरे मोहन सुनो मैं मालामाल हो गया…..

मैंने माना कि मैं तो गुनहगार हूं,
मैं गुनहगार हूं मैं खतावार हूं,
काम नेकी का कोई किया ही नहीं,
आप फिर भी सहारा दिए जा रहे…..

तेरी रहमत के चर्चे हुए हैं बहुत,
गम के मारे हुए खुश हुए हैं बहुत,
मेरे विश्वास को तूने ही भर दिया,
मैं तो नाचीज हूं तूने क्या कर दिया…..

मैं हूं इतना बड़ा भाग्यशाली,
हो बांके बिहारी आपने तो निहाल कर दिया,
तूने इतना दिया बनवारी ओ बांके बिहारी,
के मैं तो मालामाल हो गया…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह