अब ना रोको ना रोको,
माँ के द्वार जाने दो,
मुझे इक बार जाने दो,
अब ना रोको ना रोको,
माँ के द्वार जाने दो……

दर्शनों की आस मुझे जाना माँ के पास,
मुझे जन्मो की प्यास बुझाने दो,
दाती माँ के चरणों में स्वर्ग जैसे चरणों में,
मुझे भी ये शीश झुकाने दो,
अम्बे रानी महारानी का मुझे प्यार पाने दो,
माँ के द्वार जाने दो,
मुझे इक बार जाने दो,
अब न रोको ना रोको,
माँ के द्वार जाने दो……

मैया ने ही लाई तार चिठ्ठी भेजी बार बार,
तभी तो मैं दूर से हूँ आया,
कौन भला रोके मुझे कौन भला टोकें मुझे,
रानी माँ ने जब है बुलाया,
इसके द्वारे पे जाके मुझको भेटें गाने दो,
माँ के द्वार जाने दो,
मुझे इक बार जाने दो,
अब ना रोको न रोको,
माँ के द्वार जाने दो……

भर भण्डारो से तू सच्चे दरबारों से तू,
सबकी ही भरती है झोलियाँ,
आया नहीं में अकेला देखने को माँ का मेला,
आई लाखो भक्तो की टोलिया,
इन भक्तो को संतो को भी दीदार पाने दो,
माँ के द्वार जाने दो,
मुझे इक बार जाने दो,
अब ना रोको न रोको,
माँ के द्वार जाने दो…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह