केहड़ी ए लाचारी तैनू भेद नहियो खोलदी,
दस मेरी माँ,, जय हो,
तू मेरे नाल क्यों नि बोलदी।
मैं वार वार तक्का तेरी मूर्ति दे वल माँ,
तू भी तक्के मैनु जदो केहड़ा होना पल माँ,
सांभ लई माँ, मेरी बेड़ी पई डोलदी,
दस मेरी माँ,, जय हो,
तू मेरे नाल क्यों नि बोलदी……
बच्चे जदो रूस जान, मावा ने मनाउंदिया,
तेरे वांग दाती ऐंवे भूल नहियो जांदिया,
मावा दिया अखां, रेह्न्दियाँ बच्चियां नू टोलदिया,
दस मेरी माँ,, जय हो,
तू मेरे नाल क्यों नि बोलदी……
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