हे अष्ठ भवानी माता तेरे द्वार पे जो भी आता,
हे वैष्णव रानी माता तेरे द्वार पे जो भी आता,
सोई तकदीर उसकी जगी रे,
मेरी दाती तेरी बाती मैं जलाऊं दिन राती,
मेरी माता तू आजा,
हे अष्ठ भवानी माता…..

छुटे ना दर कभी मां छुटे ना दर, मेरे जीवन की आस यही है,
निस दिन तेरे दर्शन पाऊं नयनों की प्यास यही है,
मेरी दाती तेरी बाती मैं जलाऊं दिन राति,
मेरी माता तू आजा,
हे अष्ठ भवानी माता…..

जब से तेरा मां तेरा द्वार मिला है, मैं गया भूल दर दर भटकना,
तेरे ही द्वार पे सब कुछ मिला है, फिर क्यों दर दर भटकना,
मेरी दाती तेरी बाती मैं जलाऊं दिन राती,
मेरी माता तू आजा,
हे अष्ठ भवानी माता…..

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