जय जय मुख विचो बोल, जय बावा लाल जी।
नाम गुरां दा अनमोल, जय बावा लाल जी॥
तारण लई जग पाया फेरा बावा लाल ने,
ध्यानपुर आके लाया डेरा बावा लाल ने।
आ गए ने भगत गुरां कोल, जय बावा लाल जी,
जय जय मुख विचो बोल, जय बावा लाल जी॥
सोहना सोहना आ गया दवारा बावा लाल दा,
लाओ सारे गज के जैकारा बावा लाल दा।
बजदेने छैने नाले ढोल, जय बावा लाल जी,
जय जय मुख विचो बोल, जय बावा लाल जी॥
लिख लिख करे गुणगान बावा लाल दा,
रेह्न्दा जो बटाले शायर पिंड पुरोवाल दा।
गावे ‘धीरज’ वी महिमा वाले बोल, जय बावा लाल जी,
जय जय मुख विचो बोल, जय बावा लाल जी॥
Author: ashok ji