
घर घर गीता का प्रचार हो
घर-घर गीता का प्रचार हो घर - घर गीता का प्रचार हो, सदाचार और सद्विचार हो।पहले सा मेरा भारत ये, जगद्गुरु फिर एक बार हो॥ वेदों का उद्घोष मधुर हो, उपनिषदों का पाठ प्रचुर हो,गीता,...
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घर-घर गीता का प्रचार हो घर - घर गीता का प्रचार हो, सदाचार और सद्विचार हो।पहले सा मेरा भारत ये, जगद्गुरु फिर एक बार हो॥ वेदों का उद्घोष मधुर हो, उपनिषदों का पाठ प्रचुर हो,गीता,...
त्रेता के श्री राम चन्द्र जी द्वापर में घण्यशयम,नारायण अवतारी दोनो। दोनो के रंग श्याम ।किस अवतारी श्याम को खोजे बोल री प्यारी अंखिया।राम श्याम है श्याम राम है एक रूप दो अखियां। कौन श्याम...
तालियां बजाकर सोने श्याम नू मनाइएतालियां बजाई शाम नू मनाइए वृंदावन विच डेरा लायाइसने सब नू आप बुलायारज रज दर्शन पाइए…. लूट लिया दिल साडा मुरली बजा केतीखे तीखे नैना वाले तीर चला केकिवे भूल...
भोले तेरे दुलारे हैं कान्हा।एक बार तो श्याम से मिलाना।अब चलेगा ना कोई बहाना।एक मुलाकात श्याम से करना। मुझे बना दे श्याम के काबिल।मैं गाऊँ बस राधे राधे।मैं रंग जाऊँ श्यामल रंग में।एक बार तो...
मैनु अपना बना ले सोहनियामैनु दुनियाँ दी लोड कोई ना हार बना ले मैनु, गल विच पा लेगल विच पा ले, हार बना लेचाहे जितना सजा ले सोहनियामैनु दुनियाँ दी लोड कोई ना… कुण्डल बना...
भोले तेरे दुलारे हैं कान्हा।एक बार तो श्याम से मिलाना।अब चलेगा ना कोई बहाना।एक मुलाकात श्याम से करना। मुझे बना दे श्याम के काबिल।मैं गाऊँ बस राधे राधे।मैं रंग जाऊँ श्यामल रंग में।एक बार तो...
राम वनों को जाता री माता ये ले री मैया अपने कीर्ती और कुंडल,राम जटा रखाता री माता ये ले मैया वस्त्र आभूषण,राम तो भस्म रमाता री माता जिन्दे रहे तो मैया फेर मिलेंगे,राम तो...
आज रंग बरसाने, बरसाने आयो नटवर नंद किशोर(रसिया) आज रंग बरसाने बरसाने, आयो नटवर नंदकिशोर।नटवर नंद किशोर किशनीयां, रस-लम्पट रसभौर॥ ग्वाल बाल का लेकर टोला।रंग रंगों का भर कर झोला॥हल्ला-गुल्ला कर कर सजनी,खूब मचायो शोर-आज…...
अगर तुम वृन्दावन आओ श्री राधे की कृपा होगीमिलें राधारमण तुमको, श्री राधे की दया होगी कभी आकार के चौखट पर जो तुम सर को झुकाओगे,बहा कर प्रेम आंसु को नज़र उनसे मिलाओगेसुकू मिल जाएगा...
ब्रिज रानी कृपा कीजे, रज रानी कृपा कीजेब्रिज माही किसी कोने में, मोहे धूलि बना दिजे संत चरण रज, युगल चरण रजरज में मिल रज, लिपटु मैं रजचरणों मे मिला लीजे, ब्रिज वास् दिला दिजेब्रिज...
मेरा दिल घबराये रे श्याम तेरी दुनियाँ मे जब जाऊ मै मंदिर शिवालयमुझे मुड़ मुड़ के देखे रे श्याम तेरी दुनियाँ मेमेरा दिल…….. जब जाऊ मै भजन कीर्तनयह तो बाते बनावे रे श्याम तेरी दुनियाँ...
क्या वह स्वभाव पहला सरकार अब नहीं है।दीनों के वास्ते क्या दरबार अब नहीं है। या तो दयालु मेरी दृढ़ दीनता नहीं है।या दीन की तुम्हें हीं दरकार अब नहीं है। जिससे कि सुदामा त्रयलोक...