म्हारो हेत तेर स बाबा
(तर्ज- थाली भर कर ल्याई खीचड़ो….) म्हारो हेत तेर स बाबा, दूजी ना पिछाण है।मिलग्यां थारे स गण म्हारा, थारो ही विधान है-२ ।। थारो नाम तो चुंबक जैसो, खींच सभी ने लेव है,बदले में...
(तर्ज- थाली भर कर ल्याई खीचड़ो….) म्हारो हेत तेर स बाबा, दूजी ना पिछाण है।मिलग्यां थारे स गण म्हारा, थारो ही विधान है-२ ।। थारो नाम तो चुंबक जैसो, खींच सभी ने लेव है,बदले में...
(तर्ज – ग्यारस चानण की आयी….) रात्यूं ना नींद ही आव, रह रह थारी याद सताव,दरश दिखाज्यो म्हारा सांवरा, ओ बाबा दरस….।।जद भी कोई सुपणो आव, लागे तूं कन्ने बुलावे,खाटू बुलाज्यो म्हारा सांवरा, ओ बाबा...
(तर्ज- मीरा दीवानी हो गयी, मीरा मस्तानी हो गयी….) प्यारा श्याम सुन्दर नन्दलाला, वो तो गऊवें चराने वाला,रोज सताये, हाथ ना आये, मुझे चिढ़ाता वो… ओ ओ ओ ।।प्यारा…।। जब भी जाती पनघट पर वो,...
तर्ज : तेरी आंखो के दो फूल प्यारे प्यारे…. ऐसो देख्यो ना कोई भी दिलवालो,जैसो मेरो बाबो श्याम खाटू वालो,यो तो भर भर झोली बांटे, बांटे है । यो जब देवण प आवे, तो लेवणियो...
(तर्ज – सागर किनारे….) खाटू नगर है, श्याम का दर है,जाकर के देखो वो तो, खुशियों का घर है… खाटू नगर की, महिमा है भारी, बैठा जहाँ पर, वो लीलाधारी,उसकी दया का होता, सब पे...
(तर्ज – ढोला ढ़ोल मजीरा बाजे….) भाया जीवन सफल बना ले रे,श्याम नाम अमृत रस पीकर, मौज मनाले रे.. दुनिया का सारा रस फीका, श्याम नाम के आगे,पेल्योड़ा कर्मों के कारण, प्रीत श्याम सूं लागे,मनड़ो...
ले लो शरण कन्हैया, दुनिया से हम है हारे,नहीं ठोर ना ठिकाना, फिरते है मारे मारे… गुजरी है ज़िंदगानी, अश्को को पीते पीते,बीती जो मुझपे बाबा, किसी और पे ना बीते,छोटी सी ज़िंदगी है, और...
तर्ज : देना हो दीजिये…. गणनायक महाराज को प्रथम करा आहवान,म्हारा कारज सफल बनादो, थारो ऊँचो स्थान ॥ शिवयोगी का पुत्र लाड़ला, पार्वती का प्यारा हो,एक दन्त गजवदन विनायक, सब देवां स न्यारा हो,आ जाओ...
तर्ज : उड़े जब जब जूल्फे…. दोहा: रंगीले घनश्याम को, बरसै रंग अपार ।छीटा जै के लागगा, वो हो गया भव सूँ पार ॥ मेरा श्याम बड़ा रंगीला-2,मस्ती बरसेगी-2, कीर्तन में । कोई श्याम को...
तर्ज : दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है… शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है,धरती – अम्बर सारा ही, जग नचता है,देव-असुर-नर- किन्नर, सारे नाच रहे,भगतों का भी प्यारा, जमघट मचता है । शिव भोले...
तर्ज : झिलमिल सितारों का…. ऐसा बनादे मुझे श्याम दीवाना,बनके दीवाना गाऊँ प्रेम तराना,सांवरिया, सेवा में, मुझको लगाना…. जबसे, कन्हैया तुमसे, आंखे हुई चार हैं,मेरे जीवन में, छाई अजब बहार है,भटक रहा था जग में,...
मैं हूँ शरण में तेरी, संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगादो, उस पार ओ कन्हैया… मेरी अरदास सुन लीजै, प्रभु सुध आन कर लीजै,दरश एक बार तो दीजै, मैं समझूंगा श्याम रीझे,पतवार थाम लो तुम, मझधार...