मैं हरयाणे ते आया बाबा कित तू खो रया रे
यो हरयाणे का जाट ओ बाबा तेरा दीवाना हो रया रे

हरयाणे में चाल्यो बाबा दूध दही मैं खिलाऊंगा
देसी घी का चूरमा बाबा थाली भर भर ल्याउँगा
बना खिचड़ी जिमाउंगा तू कित पड़ सो रया रे
यो हरयाणे का जाट ओ बाबा तेरा दीवाना हो रया रे

तन्ने लेण की खातर बाबा पैदल चलके आऊंगा
मेरी गेले चालिये बाबा खेता के मैं घुमाऊंगा
तेरी इसी रे मौज कराऊँ ओ बाबा कित तू खो रया रे
यो हरयाणे का जाट ओ बाबा तेरा दीवाना हो रया रे

हरयाणे में घर घर बाबा तेरी जय जयकार होवे
रोहतक और बवाने बाबा चुलकाने में पुकार होवे
विकास कर्मबीर तेरे नाम का पागल हो रया रे
यो हरयाणे का जाट ओ बाबा तेरा दीवाना हो रया रे

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

संग्रह