भिलनी नचे ते भंगड़े पावे,
अज मेरे राम ने आना है,
अज मेरे राम ने आना ऐ,
मेरे भगवान ने आना ऐ…..

दौडी नदी दे वल जावे,
ओथो गंगाजल लैयावे,
ओथो गंगाजल लैयावे,
राम नू स्नान कराना ऐ…..

दौडी जंगल दे वल जावे,
ओथो कुशा तोड लैयावे,
ओथो कुशा तोड लैयाऐ,
राम दा आसन लाना ऐ…..

दौडी बागा दे वल जावे,
ओथो फुल तोड लैयाऐ,
ओथो फुल तोड लैयाऐ,
राम नू हार पवाना ऐ…..

दौडी जंगल दे वल जावे,
ओथो बेर तोड लैयाऐ,
ओथो बेर तोड लैयाऐ,
राम नू भोग लगाना ऐ…..

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