संत हमारी आत्मा और,
मैं संतन की देह,
रोम रोम में रम रह्या,
प्रभु ज्यूँ बादल बीच महेश,

लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।
अरे, लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

शीश पे म्हारें शिवजी लिख दो,
कानों में कन्हैयाँ राम,
नैनों में नरसिंहलो लिख दो,
नाक पे नंद लाला राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

होठों पे हरिहर लिख दो,
दाँतों पे दयालू राम,
जीभ पे जगदीश लिख दो,
कंठ पे कमला पति राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

गळा में म्हारे गिरधारी लिख दो,
मुख पर मुरली वाला राम,
भूजा पे भगवान लिख दो,
हाथों पे हनुमाना राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

छाती पे चतुर्भुज लिख दो,
पेट पे परमेश्वर राम,
जाँघों में जगदम्बा लिख दो,
नाभी पे नारायण राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

गौडा म्हारे गोविंदा लिख दो,
पिंडी में परमानन्द राम,
सुन्डी पे अचागिरी लिख दो,
चरणों में चारो ही धाम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

इतरों तो लिख दीज्यो दाता,
भव जल पार उतारो राम,
लिखमो थारे चरणे आवे,
एक अरज सुन लीज्यो राम,
लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम हो उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।
अरे, लिख दो म्हारें रोम रोम में,
राम राम हो उमापति,
राम राम ओ उमापति,
लिख दो जय सियाराम जी।

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