मेरे आंगन आये राम संग लखन सिया हनुमान रे
मेरे आंगन आये राम
जय जय राम राम राम जय जय राम राम राम
जय जय राम राम राम जय जय राम राम राम
- रामसिया संग अवध मे आये सब भक्तो के मन हर्षाये
दुल्हन सी सजी नगरी अयोध्या भारत वर्ष दिवाली मनाये - राम कृप्पा से आनन्द छाया घर घर भगवा ध्वज लहराया
रामराज्य की शोभा साज्य ढ़ोलक थाल नगाड़ा बाजे - राम की जोत घर घर जली है कलयुग मे रघुरीती चली है
कुंभ सा मेला लगा अवध मे साधु संत की टोली चली है - संत सनातन युग है आया राम की अपरम्पार है माया
मोदी राज मे ये दिन आया भारतवर्ष की पलटी काया
Author: नवरत्न पारीक योगेश चतुर्वेदी & भवानी सिंग पंडा बेगलौर