बधाई हो बधाई कृष्ण कन्हाई,
बधाई हो बधाई कृष्ण कन्हाई।-2

ओ बृज में आनंद गूंज रहो आयो कृष्ण कन्हाई है,
आयो कन्हाई है हर घर बज रही बधाई है।-2

मोर मुकुट कानन में कुंडल रूप अति मन भावे-2
आसमान से धरती पर एक छवि ही आई है।
ओ बृज में आनंद गूंज…..

छोटे छोटे हाथ है वाके मेहन्दी लगी प्यारी-2
उन हाथन से मुरली बजा के सबको सुनाई है।
ओ बृज में आनंद गूंज…..

मोटे मोटे नयन है तिरछे काज़ल लगो प्यारो-2
रूप सलोना देख के ‘‘खत्री’’ सुध बिसराई है।
ओ बृज में आनंद गूंज रहो यशोदा लल्ला जाई है।

ओ बृज में आनंद गूंज रहो यशोदा लल्ला जाई है,
आयो कन्हाई है हर घर बज रही बधाई है,
ओ बृज में आनंद गूंज रहो आयो कृष्ण कन्हाई है,
आयो कन्हाई है हर घर बज रही बधाई है।

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