*रंगी गुब्बारों से मंडप सजाया है

खूब सजी, अयोध्या, पावन दिन आया है
घर घर में, श्री राम का,भगवा लहराया है
मची ,अयोध्या में धूम……३
मस्ती में ,नाच रहे हैं सारे झूम झूम …….
(१)
पांच सौ बरस का, ये, लंबा इंतजार है
सजा श्री राम जी का, यहां दरबार है
सिया लखन के संग में , बैठे श्री राम है
चरणों में राम जी के बैठे हनुमान है
अवध की धरती रही चूम _३ …..
मस्ती में…….

(२)
बन गया मंदिर,सुंदर,मेरे प्रभु राम का
गूंजे जयकारा यहां,राम जी के नाम का
मिलने अपने भक्तो से,चले है राम जी
देखो निकली सवारी, सज के श्री राम की
सारी नगरी रहे है घूम_३……
मस्ती में……

(३)
बजे है ढोल नगाड़े, स्वागत में, श्री राम के
बदले है पल में नजारे,आज,अयोध्या धाम के
आई अयोध्या दुनिया, करने दीदार जी
कुंदन कहता श्वेता से चलो एक बार जी
करने दर्शन को, हम और तुम…..
मस्ती में……

Author: श्वेता अग्रवाल

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