आया सावन का सोमवार

चलो भोले के दरबार, आया सावन का सोमवार,
भक्त निकले है हज़ार, महिमा इनकी है अपरम्पार,
चलो भोले के दरबार……

देखो गौरी इनके साथ, डमरू है इनके हाथ,
है त्रिशूल ये धारी, कहलाये भोलेनाथ,
होके नंदी पे सवार, बहती जटा में गंगा धार,
चलो भोले के दरबार……

चलो भोले के दरबार, आया सावन का सोमवार,
भक्त निकले है हज़ार, महिमा इनकी है अपरम्पार,
चलो भोले के दरबार……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह