अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में………
तेरे शीश पे गंगा बहती है,
मैं गोता लगाऊं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरे माथे पर चंदा सजता है,
मैं दर्शन पाऊं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरी गली में नागों की माला,
मैं दूध पिलाऊं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरे हाथों में डमरु बजता है,
मैं धुन पर नाचूं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरे संग में गौरा सजती है,
वरदान में पाऊं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरी गोद में गणपत लाला है
पूजा में कर लूं सुबह शाम,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
तेरे संग में नंदी सोह रहे,
पर्वत पर घूमो तेरे साथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में………
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में,
मेरे सिर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहो तेरी मस्ती में,
अब दया करो मेरे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में………
Author: Unknown Claim credit