भोले डमरूवाले तेरा, सच्चा दरबार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है…..

भक्तों के खातिर, कलयुग में आया,
दरबार अपना, भोले डमरू लगाया,
अपने भगत के लिये, करता चमत्कार हैं,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है……..

आवाज जिसने, दिल से लगाई,
बिगड़ी हुई को, पल में बनाई,
दीन और दुखी के लिए, हरदम तैयार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है…….

दरबार तेरा, सबसे निराला,
कलयुग में तेरा, है बोल बाला,
भोले चरणोँ में, करता नमस्कार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है…………

भोले डमरूवाले तेरा, सच्चा दरबार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह