इन आँखों में सूरत है तेरी ,
मन मंदिर में मूरत है तेरी।

होंठों पे नाम है तेरा ,
साँसों में तू है बसा ,
सुन अविनाशी ,सुन कैलाशी ,
सुन गौरी के भोले पिया।
इन आँखों में…..

त्रिनेत्र धारी तू है ,तू नीलकंठ कहलाये ,
पहने सर्प की माला और अंग बभूती लगाये,
पीके भंग प्याले,वर दे डाले ,
ओ गौरी के भोले पिया -2
इन आँखों में…..

तू है सब का दाता,तू है सबका पालनहारा ,
तेरी दया का भगवन ना था ,ना है कोई किनारा ,
धूप कहीं छाया सब तेरी है माया ,
ओ गौरी के भोले पिया -2
इन आँखों में…..

होंठों पे नाम है तेरा ,
साँसों में तू है बसा ,
सुन अविनाशी ,सुन कैलाशी ,
सुन गौरी के भोले पिया

हर हर महादेव

Author: अनुराधा पौडवाल

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह