मान लिया तेरे दर पर बनती सबकी बात
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
तू नहीं सुनता अगर किसको सुनाता मैं
घाव जो दिल पे लगे किसको दिखाता मैं
तू नहीं सुनता अगर किसको सुनाता मैं
घाव जो दिल पे लगे किसको दिखाता मैं
मुझे ज़माने ने दिये कितने ही आघात
मुझे ज़माने ने दिये कितने ही आघात
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
देर से समझा तुझे ये भूल है मेरी
माथे पर तेरे चरण की धुल है मेरी
देर से समझा तुझे ये भूल है मेरी
माथे पर तेरे चरण की धुल है मेरी
त्याग के सब कुछ आया हूँ दे दो मेरा साथ
त्याग के सब कुछ आया हूँ दे दो मेरा साथ
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
मैं भी जग से हार के आया थाम लो मेरा हाथ
सुनता है सबकी विनती मेरा भोले नाथ
Author: Gajendra Pratap Singh