ओ नंदी लेजा मेरा सन्देश

ओ नंदी लेजा मेरा सन्देश,
सुणईयों डमरू वाले को……

कई जन्मो से माला जप रही,
चंदन रज माथे पे लग रही,
अरे मेरा,, अरे मेरा जोगन वाला वेश,
सुणईयों डमरू वाले को,
ओ नंदी लेजा मेरा सन्देश,
सुणईयों डमरू वाले को……

मैं तो विरह में मरी पड़ी हु,
कौन सुने दुःख भरी पड़ी हु,
अरे वो,, अरे वो जगतपति जगदीश,
सुणईयों डमरू वाले को,
ओ नंदी लेजा मेरा सन्देश,
सुणईयों डमरू वाले को……

पहाड़ो ऊपर तेरा ठिकाना,
प्राणनाथ शिव शम्भु माना,
अरे मेरे,, अरे मेरे लगी कलेजे में ठेस,
सुणईयों डमरू वाले को,
ओ नंदी लेजा मेरा सन्देश,
सुणईयों डमरू वाले को……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह