महाकाल सा नहीं संसार में
महाकाल सा नहीं संसार में, संसार मेंभोला है लाखों हज़ार मेंमेरा भोला है लाखों हज़ार में ओ भोले शंकर सी महिमा मैंने देखी कहीं नाकरदे ऐसे करिश्मे जो सुने हो कहीं नाबाबा रोते हुआ को...
महाकाल सा नहीं संसार में, संसार मेंभोला है लाखों हज़ार मेंमेरा भोला है लाखों हज़ार में ओ भोले शंकर सी महिमा मैंने देखी कहीं नाकरदे ऐसे करिश्मे जो सुने हो कहीं नाबाबा रोते हुआ को...
भोले में तेरे दर पे,कुछ आस लिए आया हूँ,तेरे दर्शन की मन में,एक प्यास लिए आया हूँ ,अब छोड़ दिया जग सारा,सब तोड़ दिए रिश्ते,विश्वास है भक्ति का,मन में विश्वास लिए आया हूँ ॥ भोले...
पार्वती बोली भोले से,ऐसा महल बना देना,कोई भी देखे तो ये बोले,क्या कहना भई क्या कहना।। जिस दिन से मैं ब्याह के आई,भाग्य हमारे फुट गए,पीसत पीसत भंगिया तेरी,हाथ हमारे टूट गए,कान खोल के सुनलो...
मिलता है सच्चा सुख केवल शिवजी तुम्हारे चरणों में ।यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥ चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझ पर भार बने ।चाहे मौत...
बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले,बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले,चाहू दिश मे शिव शोहरत मे शिव,कल कल मे शिव पल पल मे शिव,घुंघरू मे शिव डमरू मे शिव,दम...
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझोअनाड़ी मत समझो खिलाड़ी मत समझो मेरे भोले के हाथ में प्याला हैप्याला है तो क्या हुआ शराबी मत समझो मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझोमेरे भोले के...
बमा बम भोले शंकर गले में नाग भयंकरबमा बम भोले शंकर गले में नाग भयंकर विपदा हमारी हरलो त्रिपुरारी भोले बाबाबमा बम भोले शंकर गले में नाग भयंकर बमा बम भोले शंकर गले में नाग...
ओ डमरू वाले ओ काशी वालेदिल मेरा रखना तेरे हवाले तेरे भगत ने तुझको पुकारेओ दिल मेरा रखना तेरे हवाले तेरी काशी में हमको बुलाएदिल मेरा रखना तेरे हवाले ओ काशी वाले ओ डमरू वालेदिल...
भगवान दया करना मैं तेरे भरोसे हूँभगवान दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँमहाकाल दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँशम्भू नाथ दया...
भोले बाबा तेरी नौकरीसबसे बढ़िया है सबसे खरी तेरे दरवाजे की चाकरीसबसे बढ़िया है सबसे खरी हो हो भोले बाबा तेरी नौकरीसबसे बढ़िया है सबसे खरी जब से तेरा गुलाम हो गयातब से मेरा भी...
शीश गंग अर्धंग पार्वती,सदा विराजत कैलासी !नंदी भृंगी नृत्य करत हैं,धरत ध्यान सुर सुखरासी !! शीतल मन्द सुगन्ध पवन,बह बैठे हैं शिव अविनाशी !करत गान-गन्धर्व सप्त स्वर,राग रागिनी मधुरासी !! यक्ष-रक्ष-भैरव जहँ डोलत,बोलत हैं वनके...
रत्नैः कल्पितमासनं हिमजलैः स्नानं च दिव्याम्बरंनानारत्नविभूषितं मृगमदामोदाङ्कितं चन्दनम् ।जातीचम्पकबिल्वपत्ररचितं पुष्पं च धूपं तथादीपं देव दयानिधे पशुपते हृत्कल्पितं गृह्यताम् ॥ 1 ॥ सौवर्णे नवरत्नखण्डरचिते पात्रे घृतं पायसंभक्ष्यं पञ्चविधं पयोदधियुतं रम्भाफलं पानकम् ।शाकानामयुतं जलं रुचिकरं कर्पूरखण्डोज्ज्वलंताम्बूलं मनसा...