ज़रा देर ठहरो भगवन…
ज़रा देर ठहरो भगवन तमन्ना यही है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
ज़रा देर ठहरो भगवन तमन्ना यही है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
भोले का ये सावन हमको लगता है प्यारा
चारों दिशा में गूंजे डमरू तुम्हारा
भोले का ये सावन हमको लगता है प्यारा
चारों दिशा में गूंजे डमरू तुम्हारा
छवि को तुम्हारी हमने……..
छवि को तुम्हारी हमने निहारा नहीं है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
ज़रादेर ठहरो भगवन तमन्ना यही है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
चंद्र्मोली रूप तुम्हारा लगे जग से न्यारा
श्रावण सवारी अद्भुत रूप तुम्हारा
चंद्र्मोली रूप तुम्हारा लगे जग से न्यारा
श्रावण सवारी अद्भुत रूप तुम्हारा
निहारु मैं हर पल तुमको……….
निहारु मैं हर पल तुमको तमन्ना यही है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
ज़रादेर ठहरो भगवन तमन्ना यही है
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है
Author: Gajendra Pratap Singh, Nikhar Juneja, Ravindra Pratap Singh