देव धणी को मन्दिर प्यारो , मालासेरी गाँव जी,
साडू मां का लाल थांको , जग में मोटो नाम जी.
जय जय गूंजे जी जयकारों थारा नाम को.

माह महीना में आप पधारिया , थावर रूड़ो वार जी।
कमल फूल अवतारी , किदो भक्ता को उद्धार जी ॥
जय जय गूंजे जी ……………….

साडू माता गुजरी , तपस्या किन्ही भारी जी ।
मालासेरी डुंगरिया में , आय मिल्या बनवारी जी ॥
जय जय गूंजे जी………………

धन्य मालासेरी डूँगरी , धन्य देमाली धाम जी ।
धन्य साडू मां गुजरी , जोल्या में आया श्याम जी ॥
जय जय गूँजे जी……………..

मां साडू का लाडला थें , भुणा जी का बीर जी।
बालपणा गाये चराता , खारी नदी की तीर जी॥
जय जय गूंजे जी…………….

प्रजापति कैलाश आपको , प्यारो भजन बनायो जी।
चम्पा लाल मालासेरी वालो ,चरणा शीश जुकायो जी ॥
बेड़ो पार लगाओ जी , नारायण थांका दास को ।

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