कर ले प्रभु से प्यार,नही पछताएगा,
झूठा है संसार, धोखा खाएगा ,

माया के जितने धन्धे,सब झूठे है बंदे,
उनके तन उजले मन गंदे,अँखियो से बिल्कुल अंधे,
नज़र क्या आएगा ….

मात-पिता सुत नारी,मतलब की रिस्तेदारी,
जब चलेगी तेरी सवारी,रह जाएगी दोलत सारी,
संग नही जाएगा……..

ले मान गुरू का कहना,दिन चार यहा पर रहना,
सुख दुःख सबको सहना,पर हरि भजनो मे रहना,
काम ये आएगा….

धन-दोलत माल खजाना,ये संग तेरे नही जाना,
पङेगा तुझे पछताना,जब होगा यहा से रवाना,
धरया रह जाएगा…..

थाने सदानन्द समझावे,नर तन फिर हाथ ना आवे,
यमदूत पकङ ले जावे,फिर सिर धुन-धुन पछतावे
कोन छुङवाएगा…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

गणेश चतुर्थी

शनिवार, 07 सितम्बर 2024

गणेश चतुर्थी
राधा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

राधा अष्टमी
दुर्वा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

दुर्वा अष्टमी
परिवर्तिनी एकादशी

शनिवार, 14 सितम्बर 2024

परिवर्तिनी एकादशी
ओणम/थिरुवोणम

रविवार, 15 सितम्बर 2024

ओणम/थिरुवोणम
पितृपक्ष प्रारम्भ

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

पितृपक्ष प्रारम्भ

संग्रह