मेरे दुखा दी कहानी
मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नहीमेरे दुखा दी हनेरी कदे रुक्दी नहीमेरे अपने पराये हुए जग ह्सेया,दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्यामेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही...
मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नहीमेरे दुखा दी हनेरी कदे रुक्दी नहीमेरे अपने पराये हुए जग ह्सेया,दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्यामेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही...
नामु मिलै ता जीवां॥नानक नामु मिलै तां जीवां॥ तेरा कीता जातो नाही मैनो जोगु कितोई॥मैं निर्गुणारे को गुण नाही आपे तरसु पईओई॥ नामु मिलै ता जीवां॥नानक नामु मिलै तां जीवां॥ तरसु पइया मिहरामत होइ सतगुरु...
तुध भावे ता होये आनंदा,तुध भावे ता परम आनंदा, सब हथ तेरे किछु नाही मेरे,तुध भावे ता सेव करंदा,तुध भावे ता…… आदि जुगादी तेरा भरवासा,सतगुरु सहिजे सहिज करंदा,तुध भावे ता……. तू सचिआर सब दा साईंकंत...
गुरु जी तेथो वारि वारि वे तुसी ता सारी दुनिया तारी ऐ,नही लभना तेरे जेहा दुखा ने घेर लिया,हूँ आई साड़ी वारी वे तुसी ता सारी दुनिया तारी ऐ मेहर भरा हूँ हथ धर दे...
सभी भाया ने अरज मारी, नार करगसा आणी,संत आता देखिया, दूध में मिलायो पाणी , पांच पच्चीस भैसियां मले, दोजा की धराणी,संत आता देखियां, दूध में मिलायो पाणी , छाछ गालता छाती फाटे, दूध गालबो...
सतिगुरु नानकु प्रगटिआ मिटी धुंधु जगि चानणु होआ,सतिगुरु नानकु प्रगटिआ …. जिउ करि सूरजु निकलिआ तारे छिपे अंधेरु पलोआ,सिंघु बुके मिरगावली भंनी जाइ न धीरि धरोआ,सतिगुरु नानकु प्रगटिआ …. जिथे बाबा पैरु धरे पूजा आसणु...
अल्लाह भी राम इशु वाहेगुरु भी तूएह कुदरत एह कायेनात विच तू ही तू बस तूसब कुछ बिन मंगेया मिल जांदा तेरी शरण च आन खड़ाशुकर करा शुकर करा वाहेगुरु तेरा शुकर करा तेरे घर...
मैं सूती रेह गई जी गूर जी मैं करमा दी मारीकोई वपारी भेज देयो जिस नु नींद वेचदा सारी,मैं सूती रेह गई जी गूर जी मैं करमा दी मारी एह सिमरन ते बैन न देवेनाम...
साडे कर दिते पुरे अरमान गुरु जी,असी जाइये तेरे उतो कुरबान गुरु जी कीने पूछना सी जे तू न मिलदाकिह्नु हाल सूनादे असी दिल दासाडे हर दम रेहन्दे निगहेवान गुरु जीअसी जाइये तेरे उतो कुरबान...
जय गुरु जी करते करते गुजर जाए जीवन सारा,जो कुछ दिया आप ने आप को अर्पण साराजय गुरु जी जय गुरु जी जय गुरु जी जय जय गुरु जी मैं हु मंगता तू है दानी...
अरदास एहो लाई मैं लाई तेरे दरबार,कोई ना दुखी होवे तू सुण लै मेरे करतार.. सबना दे दिल विच ही होवे तेरा प्यार प्रभु,अपणी कला उत्ते अहंकार ना हो सतगुरु,बेड़ा पार करो तुस्सी ओ जग...
लिखी अर्जी चरणा च करी मंजूर सतगुरुके निभ जाए दर तेरे मेरे हजूर सतगुरु कंडियो वी निकी है बारो वी तीखी हैजिस मार्ग चलना है ओ गुरु दी सीखी है।सुख वड़ना दुनिया च तेरा दस्तूर...