गुरुभक्ति के प्रेरणादायक भजन और स्तुतियाँ! गुरु कृपा का अनुभव करें। सम्पूर्ण संग्रह BhaktiRas.in पर।

हारा वाले दाता साडी तेरे हाथ डोर ऐ

हारा वाले दाता साडी तेरे हाथ डोर ऐ

हारा वाले दाता साडी तेरे हाथ डोर ऐ हारा वाले दाता साडी, तेरे हाथ डोर ऐ,कृपा करी, तेरी कृपा दी लोड़ ऐ…. वजदे पऐ ने ढोल दातया,सब कुछ तेरे कोल दातया,भगति दे रंग विच रंग...

मनवा सतगुरु सतगुरु बोल

मनवा सतगुरु सतगुरु बोल

गुरु बिना नईया डामाडोल मनवा सतगुरु सतगुरु बोल……. जब मानव तू कर्म में आयो,तने बोले बोल अमोल, मनवा सतगुरु सतगुरु बोल….. जब मानव तेरा जन्म हुआ है,तेरे बजे नगाड़े ढोल, मनवा सतगुरु सतगुरु बोल….. जब...

दे दर्शन गुरु मेरे

दे दर्शन गुरु मेरे

दे दर्शन गुरु मेरे, रूहां पुकारदिया,दे दर्शन गुरु मेरे, संगता पुकारदिया,दे दर्शन गुरु मेरे…… संगता दर्श करण नू आइया,प्रेम तेरे ने मस्त बनाईया,दिल विच लै के आसा, तेरे दीदार दिया,दे दर्शन गुरु मेरे…… धन धन...

लग जा गुरा दे चरणी गुरू पार लगाना

लग जा गुरा दे चरणी गुरू पार लगाना

लग जा गुरा दे चरणी गुरू पार लगाना,पार लगाना तू इक दिन बंदेया जहान छड जाना…. बंदेया तू कर लै, कोई काम चज दा,सत्संग सुनन दा मुल नहीं लगदा,जद गुरा दी मस्ती चढ़नी भूल जाना...

गुरु आरती (बाबा बंसी वाले जी)

गुरु आरती (बाबा बंसी वाले जी)

गुरु आरती (बाबा बंसी वाले जी) आरती कीजै श्री गुरुवर की,परम पुरुष परमेश्वर जी की,आरती कीजै श्री गुरुवर की,परम पुरुष परमेश्वर जी की॥ निराकार साकार भी तुम हो,इस जग का आधार भी तुम हो,सोहम की...

देखी बहुत निराली महिमा सत्संग की

देखी बहुत निराली महिमा सत्संग की

देखी बहुत निराली महिमा सत्संग की,सत्संग की भक्तों कीर्तन की,कैसी अजब निराली महिमा सत्संग की……. सत्संग में है मोती हीरे,मिलते हैं पर धीरे-धीरे,जिसने खोज निकाली, महिमा सत्संग की,देखी बहुत निराली महिमा सत्संग की……. सत्संग ही...

रहिमन चुप हो बैठिये

रहिमन चुप हो बैठिये

रहिमन चुप हो बैठिये,देख दिनन के फेर,रहिमन चुप हो बैठिये,देख दिनन के फेर,जब निके दिन आयेंगे,बनत न लागे देर,बनत न लागे देर,रहिमन चुप हो बैठिये,देख दिनन के फेर…… कबीरा खड़ा बज़ार में,सबकी मांगै खैर,ना काहू...

त्वमेव माता पिता त्वमेव

त्वमेव माता पिता त्वमेव

त्वमेव माता पिता त्वमेव त्वमेव माता च पिता त्वमेव,त्वमेव बन्धु सखा त्वमेव,त्वमेव माता च पिता त्वमेव,त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव,त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव,त्वमेव सर्वं मम देव देव,त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव,त्वमेव सर्वं मम देव देव॥

मेरा मुझ में कुछ नहीं

मेरा मुझ में कुछ नहीं

मेरा मुझ में कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर,तेरा तुझको सौपता,क्या लागे है मोर,मेरा मुझ में कुछ नहीं,जो कुछ है सो तोर,तेरा तुझको सौपता,क्या लागे है मोर….. कबीरा सी कुसमुंद की,रटे प्यास प्यास,कबीरा सी कुसमुंद...

आगामी उपवास और त्यौहार

पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

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रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

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श्रावण पूर्णिमा

शनिवार, 09 अगस्त 2025

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कृष्ण जन्माष्टमी

शनिवार, 16 अगस्त 2025

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अजा एकादशी

मंगलवार, 19 अगस्त 2025

अजा एकादशी
हरतालिका तीज

मंगलवार, 26 अगस्त 2025

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