बिगड़ी बनाओ गणराज मेरी,बिगड़ी बनाओ गणराज ।
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज,
तुम साधो सकल सब काज ।।
बिगड़ी बनाओ गणराज,
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज ।
माता तुम्हारी पार्वती कहिए,
पिता है भोलेनाथ।
रिद्धि सिद्धि को देने वाले,
झोली भर दो आज ।।
बिगड़ी बनाओ गणराज,
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज।
सब देवन में प्रथम पूज्य हो,
मूषक वाहन साज।
विघ्न को हरते मंगल करते,
लय, ताल के महाराज।।
बिगड़ी बनाओ गणराज,
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज।
भक्त मिल सब तुम्हें बुलाते,
मोदक का है भोग लगाते।
‘सत्य’ शरण में पड़े है बाबा,
भक्तों की रखियो लाज।।
बिगड़ी बनाओ गणराज,
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज,
तुम साधो सकल सब काज,
बिगड़ी बनाओ गणराज,
आओ बिगड़ी बनाओ गणराज ।
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