रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता

विनती सुनो गणराजा आज मेरी महफिल में आ जाना
महफिल में आना मेरी महफिल में आना,
विनती सुनो गणराजा आज मेरी महफिल में आ जाना॥

रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता,
भक्त जनों के भाग्य विधाता,
शंकर के लाल गणराजा आज मेरी महफिल में आ जाना,
महफिल में आना मेरी महफिल में आना,
विनती सुनो गणराजा आज मेरी महफिल में आ जाना॥

माथे मुकुट गले मोतियन माला,
कानों में कुंडल हाथों में भाला,
मस्तक सिंदूरी गणराजा आज मेरे सत्संग में आ जाना,
विनती सुनो गणराजा आज मेरे सत्संग में आ जाना॥

देवों में इनसे बड़ा ना कोई दूजा,
सबसे पहले होती है इनकी पूजा,
बुद्धि के राजा गणराजा आज मेरे कीर्तन में आ जाना,
सत्संग में आना मेरे कीर्तन में आना,
विनती सुनो गणराजा आज मेरे सत्संग में आ जाना…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा
षटतिला एकादशी

बुधवार, 14 जनवरी 2026

षटतिला एकादशी
मकर संक्रांति

बुधवार, 14 जनवरी 2026

मकर संक्रांति
जया एकादशी

सोमवार, 26 जनवरी 2026

जया एकादशी

संग्रह