ये सिद्धि विनायक है

ये सिद्धि विनायक है गज रूप निराला है,
विघन हरता मेरे को सब विघ्नो को टाला है,
संकट में नैया हो देवा ने संभाला है,
विघन हरता मेरे को सब विघ्नो को टाला है……

शंकर जी ने स्वयम तुझको गज शीश लगाया है,
पेहले पूजा तुम्हारा प्रथमेश बनाया है,
दुखो और कलेशो से तुम ने भगतो को निकाला है,
विघन हरता मेरे को सब विघ्नो को टाला है…….

माँ बाप के चरणों की तुमने परिकर्मा की,
तुम श्रेष्ठ हो बुधी में पदवी ये हासिल की,
अंधियारे जीवन में तुमने भरा उजाला है,
विघन हरता मेरे को सब विघ्नो को टाला है…….

गौरा माँ के प्यारे हो शिव जी के दुलारे हो,
नंदी भंगी शिव घन तू सब के ही सहारे हो,
पिताम्भर पेहने और ओड दुशाला है,
भग विधनो को टाला है,
विघन हरता मेरे को सब विघ्नो को टाला है…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह