कोई जाए मथुरा काशी कोई वृंदावन जाए
हमने तो सारे तीरथ गुरू के चरणों में पाए
आकाश से भी ऊँची पाताल से बड़ी
सद्गुरु की शक्ति अपार हैं कोई पार ना पाए
हमने तो सारे तीरथ गुरू के चरणों में पाए
कोई जाए मथुरा काशी
नादान हूँ मैं बालक नाराज ना होना
जाने अनजाने मुझसे जो कोई भूल हो जाए
हमने तो सारे तीरथ गुरू के चरणों में पाए
कोई जाए मथुरा काशी
तैतिस करोड़ देवों के सरताज हैं गुरूवर
जिसने शरणागत ले ली वो पार हो जाए
हमने तो सारे तीरथ गुरू के चरणों में पाए
कोई जाए मथुरा काशी
Author: Unknown Claim credit