मैं बलिहारी सतिगुरु तेरे,
गुरु जी आये साडे वेहड़े,

एहना गुरु जी नु मैं दिल च वसा लवा,
नैना खोला ते दर्शन पा लवा,
कट देंदे ने चोरासी गेडे,
गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलिहारी……….

गुरु जी दे दर ते मौज बहारा,
संगता आइयाँ बन कतारा,
वंड दिंदे ने खुशियाँ दे खेड़े,
गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलिहारी……….

धूलि चरना दी मैं मथे ला लवा,
कोल बेठ के मैं दुखड़े सूना लवा,
खुशियाँ पावंगे ओह दिल विच मेरे,
गुरु जी आये साडे वेहड़े,
मैं बलिहारी……….

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

राधा अष्टमी

Wednesday, 11 Sep 2024

राधा अष्टमी

संग्रह