रूठ गई है किस्मत ये मेरी रूठा जग सारा,
अब तू ही सहारा भोले तू ही सहारा………

कालों के काल महाकाल तेरा घर तो है कैलाश,
तेरे दर पर आया हूं मैं कुछ भी नहीं है मेरे पास,
अपना दुख मैं कितना सुनाओ किस्मत ने हैं मारा,
अब तू ही सहारा भोले तू ही सहारा…….

चढ़ता है तुझको भांग धतूरा मिश्री मलाई न भाता है,
तेरी जटा से निकली गंगा गंगाधर कहलाता है,
तेरे नाम से दुख हट जाता दे दे साथ हमारा,
अब तू ही सहारा भोले तू ही सहारा……..

मैं हूं तेरा बाल पुजारी तुम मेरे तू स्वामी हो,
गलती माफ करना मैं तो एक कल गामी हूं,
अब मान भी जाओ मेरे भगवन कर दो वारा न्यारा,
अब तू ही सहारा भोले तू ही सहारा………

Author: Unknown Claim credit

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