मस्ती तेरे नाम की सब संगत पर छाई

मस्ती तेरे नाम की सब संगत पर छाई,
अरे टोली दीवनो की आज ये झूमने है आई,
आँखों से नींद उड़ी अब होश नहीं साई….

बेताव दीद की थी नजरे दीवानी ये,
मुदत से न देखा था चेहरा नूरानी ये,
बड़े भोले है हस्ते है सुनके सबकी साई साई,
मस्ती तेरे नाम की यु इस दिल में है छाई….

तेरे नाम की नग्मों की लेहरो में रहु बेहता,
गा गा के तेरी महिमा दुनिया से रहु कहता,
दुनिया को भूल के तेरी महिमा है गाई गाई
मस्ती तेरे नाम की यु इस दिल में है छाई….

तेरी महिमा सुन सुन के हम दर पे आते है,
तेरे श्री चरणों में अपना शिश झुकाते है,
आने से दर तेरे खुशियां सारी पाई,
मस्ती तेरे नाम की यु इस दिल में है छाई….

तेरी शान जगत में है तेरा रूप निराला है,
तू दया का सागर है सबका रखवाला है,
सोणा दर्श दिखते हैं संगत को भाई भाई,
मस्ती तेरे नाम की यु इस दिल में है छाई…

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह