मोहे लागी लगन गुरु चरणन की,
गुरु चरणन की हरि चरणों की,
मोहे लागी लगन….
चरण बिना मोहे कुछ नहीं भावे,
जग माया सब सपनन की,
मोहे लागी लगन….
भवसागर अब सूख गया है,
फिकर नहीं मोहि तेरन की,
मोहे लागी लगन….
गुरु बिन ज्ञान कहां से पाऊं,
मैंने खाई ठोकर दर-दर की,
मोहे लागी लगन….
गुरु चरणों में शीश नवाउ,
माथे रज धरू चरणों की,
मोहे लागी लगन…..
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
आस लगी गुरु चरणों की,
मोहे लागी लगन…..
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