तेरे हाथ मेरी डोर, मैं पतंग प्रभु जी,
जुड़े रहना हमेशा मेरे संग प्रभु जी……
आना प्रभु आना मेरे घर तुम भी आना,
दर्शन पाना मैं चरणों में गिर जाना,
मुझे मिलेगा संतों का संग प्रभु जी,
तेरे हाथ मेरी डोर, मैं पतंग प्रभु जी……
रोज मैं करूंगा दीदार दाता प्यार से,
फूलों के पिरोऊगा मैं हार दाता प्यार से,
फूलों का मैं हार,पहनाऊ गुरु जी,
तेरे हाथ मेरी डोर, मैं पतंग प्रभु जी……
Author: Unknown Claim credit