मेरे वीर बली हनुमान,
रखते सबका ध्यान,
भक्त श्री राम के है…..

श्री राम के सेवक ये,
नहीं करते अभिमान,
भक्त श्री राम के है…..

रोम रोम राम इनके,
राम नाम ये जपते,
प्रभु की सेवा करते है,
शरण में इनकी रहते,
भक्ति है इनकी शान,
नहीं करते अभिमान,
भक्त श्री राम के है…..

सारे तन सिंदूर लगाए,
उम्र बढ़ाये प्रभु की,
एक ज़रा सी बात पर,
सीना फाड़ दिखाए,
नहीं करते घुमान,
नहीं करते अभिमान,
भक्त श्री राम के है…..

राम नाम को जपले प्यारे,
तू मुक्ति पा जायेगा,
शरण में आजा इनके,
साथ नहीं कुछ जाएगा,
पुरे होंगे अरमान,
नहीं करते अभिमान,
भक्त श्री राम के है…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

गणेश चतुर्थी

शनिवार, 07 सितम्बर 2024

गणेश चतुर्थी
राधा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

राधा अष्टमी
दुर्वा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

दुर्वा अष्टमी
परिवर्तिनी एकादशी

शनिवार, 14 सितम्बर 2024

परिवर्तिनी एकादशी
ओणम/थिरुवोणम

रविवार, 15 सितम्बर 2024

ओणम/थिरुवोणम
पितृपक्ष प्रारम्भ

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

पितृपक्ष प्रारम्भ

संग्रह