राम की मस्ती में तू बाबा,
रहता हरदम हमेश टूल्ल,
ना कोई तुमसा है पॉवरफुल,
ना कोई तुमसा है पॉवरफुल ।।

संकट के पल में,
इसको विचारों,
संकट को दूर कर दे,
नाम जो इसको दिल से पुकारे ।।

दिल में सरूर भर दे,
भक्तो की तू बिगड़ी बनाने,
बैठा है हर पल,
ना कोई तुमसा है पॉवरफुल ।।

मूर्छा में जब लक्ष्मण जी पड़े थे,
पर्वत लाया तुमने,
बूटी संजीवनी लेकर के बाबा,
उनको बचाया तुमने ।।

तेरे आगे वो काम हो जाए,
जिनका नहीं कोई हल,
ना कोई तुमसा है पॉवरफुल,
ना कोई तुमसा है पॉवरफुल ।।

Author: केशव शर्मा जी

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