ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ

ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ,

कह कर मैं अपने परिवार से आया हूँ,

सुन लेगा श्याम मेरी आगे मर्जी तेरी,

लौटू घर जब खाटू वाले बचे मेरी जेब टटोले,

भर आती आंख मेरी आगे मर्जी तेरी,

ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ,

कह कर मैं अपने परिवार से आया हूँ,

पूछे पडोसी ताना देकर कया आया तू श्याम लेकर,

झुक जाये नजर मेरी आगे मर्जी तेरी,

ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ,

कह कर मैं अपने परिवार से आया हूँ,

कितना सहू अब और मैं दानी,

सिर के ऊपर हो गया पानी,

सुनले फ़रयाद मेरी आगे मर्जी तेरी,

ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ,

कह कर मैं अपने परिवार से आया हूँ,

सोनू तू दातार बड़ा है,

क्यों सवाल लाचार खड़ा है,

मैंने कह दी बात मेरी आगे मर्जी तेरी,

ताने सुन सुन कर संसार के आया हूँ,

कह कर मैं अपने परिवार से आया हूँ,

Author: Bhajan Sangrah

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