तेरे चलाये से चले नैया गरीब की,
तूने बदल दी है मेरी रेखा नसीब की….
आया जो तेरे दर पे मैं एहसान है तेरा,
किस्मत बनाना भक्तो की बस काम है तेरा,
तेरे ही हाथो सौंप दी हम ने ये ज़िंदगी,
तेरे चलाये से चले नैया गरीब की….
हस्ता चेहेकता घर मेरा तुमने ही तो दिया है,
औकात मेरी कुछ न थी हीरा बना दिया है,
चरणों में तेरे सिर मेरा यु ही झुका नहीं,
तेरे चलाये से चले नैया गरीब की….
तेरी कृपा न होती तो कैसे हम घर चलाते,
तेरी दया बिना प्रभु बच्चो को क्या खिलाते,
मुझे आज भी फिकर नहीं कल भी फिकर न होगी,
तेरे चलाये से चले नैया गरीब की….
Author: Unknown Claim credit