तेरी कृपा जबसे हुई है,
जो ना मांगा था वो भी मिल गया,
पाकर तुझे कुछ भी ना चाहूँ,
अब ना कोई भी शिकवा गिला,
अब ना कोई भी शिकवा गिला ॥
तर्ज – तेरे नाम हमने किया है।
मैं रोया तो,
ये सारा जग हंसता था,
पीठ के पिछे,
मेरी बाते करता था,
समझ ना पाया,
कौन है अपना बेगाना,
दिल की बात,
बताने से भी डरता था,
तेरे सिवा, तेरे सिवा,
तेरे सिवा इस दुनिया में,
और कोई ना साथी मिला,
और कोई ना साथी मिला ॥
जब से तेरी,
चौखट मैने पाई है,
इस जीवन में,
बाबा खुशियां आई है,
हंसी खुशी,
परिवार तेरे गुण गाता है,
जब से तेरी,
मोरछड़ी लहराई है,
अब ना कभी, अब ना कभी,
अब ना कभी मैं डगमगाऊं,
जबसे तेरा सहारा मिला,
जबसे तेरा सहारा मिला ॥
जन्म जन्म तक,
बाबा खाटु आऊं मैं,
जब तक सांस है,
तेरे भजन सुनाऊं मैं,
जग रूठे तो,
रूठे कोई बात नहीं,
तुम रूठोगे,
तो बाबा मर जाऊं मैं,
‘सोनी’ रहे, ‘सोनी’ रहे,
‘सोनी’ रहे सब कुछ सलामत,
जो भी तेरी शरण से मिला,
जो भी तेरी शरण से मिला ॥
तेरी कृपा जबसे हुई है,
जो ना मांगा था वो भी मिल गया,
पाकर तुझे कुछ भी ना चाहूँ,
अब ना कोई भी शिकवा गिला,
अब ना कोई भी शिकवा गिला ॥
Author: Unknown Claim credit